CIBIL Score Rule : अगर आप किसी भी प्रकार का लोन जैसे पर्सनल लोन होम लोन ऑटो लोन एजुकेशन लोन आदि जैसे कोई भी लोन लेने के लिए सोच रहे हैं तो आपको अपना सिबिल स्कोर से जुड़ी या नई खबर बेहद ही जरूरी है बैंक और और वित्तीय संस्थान लोन देने से पहले नए नियमों के तहत सिविल स्कोर को देखा करती है ज्यादा शक्ति से जांच कर रही है चलिए सिबिल स्कोर से जुड़े नए नियम के बारे में जानते हैं .
क्या है CIBIL स्कोर?
CIBIL (Credit Information Bureau India Limited) स्कोर एक क्रेडिट स्कोर होता है जो आपकी लोन चुकाने की क्षमता और इतिहास को दर्शाता है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। जितना ज्यादा स्कोर, उतना बेहतर आपका क्रेडिट प्रोफाइल।
CIBIL स्कोर को लेकर नया नियम क्या है?
RBI और बैंकों की नई गाइडलाइन के अनुसार
1. ✅ अब कम से कम 750 या उससे अधिक CIBIL स्कोर होना जरूरी होगा लोन पाने के लिए
2. ✅ जिनका स्कोर 700 से नीचे है, उन्हें लोन मिलने में कठिनाई हो सकती है, या ज्यादा ब्याज दर पर लोन दिया जाएगा।
3. ✅ बैंकों को कहा गया है कि वे लो रिस्क प्रोफाइल वाले कस्टमर को ही प्राथमिकता दें।
4. ✅ नियमित रूप से CIBIL स्कोर अपडेट करना जरूरी होगा – यदि आपका स्कोर गिरता है तो बैंक लोन पर पुनर्विचार कर सकता है।
5. ✅ क्रेडिट कार्ड के डिफॉल्ट और EMI न भरने पर स्कोर तेजी से गिर सकता है, जिससे भविष्य में लोन मिलना मुश्किल हो सकता है।

CIBIL स्कोर कैसे बढ़ाएं?
समय पर EMI और क्रेडिट कार्ड बिल चुकाएं
क्रेडिट लिमिट का 30% से ज्यादा उपयोग न करें
बार-बार लोन के लिए आवेदन न करें
पुराने लोन क्लियर करने के बाद सिबिल रिपोर्ट चेक करें
- क्यों जरूरी है अच्छा सिबिल स्कोर?
- कम ब्याज दर पर लोन मिलता है
- लोन जल्दी अप्रूव होता है
- क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाई जा सकती है
- बैंक पर आपकी साख मजबूत होती है
सावधान रहें!
अगर आपने क्रेडिट कार्ड या लोन की किश्त नहीं भरी है या किसी प्रकार की डिफॉल्ट की है, तो अब अलर्ट हो जाइए। क्योंकि नया नियम साफ कहता है – “बिना अच्छे CIBIL स्कोर के बैंक लोन नहीं देगा।”